अनभीष्ट की पिटाई- हांगकांग की विचित्र परंपरा

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अनभीष्ट व्यक्ति की पिटाई, यह हांगकांग की उन परम्पराओं में से एक है जिसे मैं अपनी हांगकांग यात्रा की लघु अवधि में देखना चाहती थी। हांगकांग में मैंने अनेक मंदिर एवं संग्रहालय देखे। हांगकांग के ऐतिहासिक संग्रहालय में मुझे वहाँ के अनेक रोचक उत्सवों के विषय में जानकारी प्राप्त हुई। एक उत्सव में वे गोल डबल रोटियों से ऊँचा बुर्ज बनाते हैं। उनका चीनी नव-वर्ष भी एक अनोखा उत्सव होता है। उसका भी अनुभव आपको अवश्य लेना चाहिए। ये सभी उत्सव वर्ष में भिन्न भिन्न समय पर आयोजित किये जाते हैं। उनका अनुभव प्राप्त करने के लिए आपको अपनी यात्रा उसी अनुसार नियोजित करनी पड़ेगी।

अनभीष्ट की पिटाई
अनभीष्ट की पिटाई

मेरी रूचि के केंद्र में दैनन्दिनी अनुष्ठान एवं परम्पराएं थीं। मैं उन्ही की खोज में थी। मेरी खोज मुझे एक उड्डान पुल के नीचे ले गयी जो Causeway Bay में स्थित है। हांगकांग में मैं यहीं ठहरी हुई थी। उड्डान पुल के आधार स्तंभों के चारों ओर महिलायें बैठी हुई थीं। प्रत्येक महिला के पास छोटे से मंदिर जैसी व्यवस्था थी। वे अपने एक हाथ में जूता लेकर ईंटों के ढेर पर मारती हुई आपका ध्यान आकर्षित करने की चेष्टा करती हैं। अपने दूसरे हाथ से वे आपको वहाँ आमंत्रित करती हैं।

ये महिलायें अवांछित शक्तियों एवं आत्माओं को भगाने के अनुष्ठान में निपुण मानी जाती हैं।

अनभीष्ट की पिटाई

अनभीष्ट की पिटाई हांगकांग की एक परंपरा है। एक ऐसा लोक अनुष्ठान जो हांगकांग एवं चीन में लोकप्रिय है। यह अनुष्ठान विशेषतः चीनी भाषी लोगों में प्रचलित है। यह अनुष्ठान उन लोगों को सुख पहुँचाता है जो किसी व्यक्ति विशेष के व्यवहार अथवा कृत्य से आहत हैं। इस अनुष्ठान में इन महिलाओं द्वारा उस अनभीष्ट व्यक्ति विशेष की प्रतीक रूप में पिटाई करवाई जाती है। वह अनभीष्ट व्यक्ति विशेष कोई अवांछित संबंधी हो सकता है अथवा झगड़ालू व ईर्ष्यालू पड़ोसी हो सकता है। कार्यालय या कार्यक्षेत्र का कोई कनिष्ठ अथवा वरिष्ठ सहकर्मी हो सकता है अथवा परिवार का कोई कष्टदायक सदस्य। आप अपनी समस्या लेकर इन महिलाओं के पास जा सकते हैं।

छोटे मंदिर
छोटे मंदिर

वे उन व्यक्तियों के प्रतीकात्मक पुतले बनाकर अथवा उनके चित्र लेकर जूते से उनकी कुटाई करती हैं। साथ ही छोटा अनुष्ठान करते हुए आपके लिए मंगल प्रार्थना करती हैं। इन सब के अंत में आपको अत्यंत आनंद की अनुभूति होना अपेक्षित ही है। आतंरिक पीड़ा से मुक्ति मिलती है। अंतःकरण आश्वस्त हो जाता है कि कोई हमारे शत्रुओं से हमारी रक्षा कर रहा है। ये महिलायें पीड़ित को सभी प्रकार के कष्टों से बचे रहने का आशीष भी देती हैं।

इन महिलाओं में कुछ ज्योतिषी भी होती हैं जो हाथों की रेखाओं को देखकर विपदाओं एवं कष्टों का आकलन करती हैं तथा उनके निवारण के लिए सुझाव भी देती हैं।

इस अनुष्ठान को खलनायक मार(Villain Hitting ) भी कहते हैं। यह हांगकांग के अमूर्त धरोहर(Intangible Heritage of  Hong Kong) की सूची में भी सम्मिलित है। हांगकांग के इस विचित्र अनुष्ठान के दर्शन का यह भी एक उत्तम तर्क हो सकता है।

खलनायक कौन?

वह खलनायक अथवा वह अनभीष्ट कौन है जिसका नाम शमन के लिए दिया जाता है? जिससे भी पीड़ित व्यक्ति त्रस्त हो, वह अनभीष्ट हो सकता है। वह चाहे एक व्यक्ति हो अथवा व्यक्तियों का समूह हो, वह परिवार का कोई सदस्य हो अथवा परिवार के बाहर का कोई हो, वह कार्यक्षेत्र से सम्बंधित हो अथवा सामाजिक क्षेत्र से सम्बंधित हो।

अनभीष्ट की पिटाई का सर्वोत्तम समय

हांगकांग के Causeway सेतु में वर्षभर में कभी भी इन महिलाओं से भेंट की जा सकती है। वे साधारणतः प्रातः ११ बजे से देर रात्रि तक बैठती हैं। अधिकतर भेंटकर्ता वे होते हैं जो अपने कार्यालय के कार्य समाप्त कर संध्या के समय यहाँ आते हैं।

पारंपरिक रूप से JINGZHE की अवधि शत्रु पर विजय प्राप्त करने के अनुष्ठान के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। ये JINGZHE क्या है?

चीनी पंचांग सौर पंचांग को २४ भागों में बाँटता है। अर्थात् सूर्य के एक परिभ्रमण के ३६० अंश को १५ अंशों के २४ भागों में बाँटा जाता है। इन २४ भागों में से तीसरे भाग को JINGZHE कहते हैं जब सूर्य ३४५- ३६० अक्षांश के मध्य रहता है। यह एक सामान्य पंचांग के मार्च मास के आसपास स्थित होता है। उसमें भी सटीक रूप से यह ३४५ अक्षांश की ओर संकेत करता है जो सामान्यतः ५-६ मार्च के आसपास पड़ता है। चीन में कृषि पंचांग के अनुसार इसे ‘Awakening of the Insects’ भी कहते हैं जिसका अर्थ है, सुषुप्तावस्था में स्थित कीटों का जागरण। इसका अर्थ है, वसंत ऋतु का वह काल जब निष्क्रिय अथवा सुषुप्तावस्था में स्थित कीट व प्राणी अपनी दीर्घ निद्रा त्याग कर जागृत होते हैं।

अनभीष्ट की पिटाई का शुल्क

जब मैं इनके दर्शन करने गयी थी तब उनका शुल्क ५० हांगकांग डॉलर था। मुझे बताया गया कि ग्राहकों की संख्या के आधार पर वे मोलभाव करने में संकोच नहीं करती हैं। यदि वे ग्राहकों की प्रतीक्षा कर रही हों तो अपना शुल्क घटाने के लिए भी तत्पर रहती हैं।

इन महिलाओं में से अधिकतर केवल चीनी भाषा Cantonese ही बोलती हैं। अन्य लोगों की सुविधा के लिए वे छपा हुआ एक छोटा पर्चा रखती हैं जिस पर शुल्क लिखा होता है।

अनभीष्ट की पिटाई के अनुष्ठान का विडियो

भद्र महिला को उनका इच्छित शुल्क प्रदान करने के पश्चात वे अगरबत्ती जलाकर अनुष्ठान आरम्भ करती हैं।

शमन पीड़ित को पर्चियों का गट्ठा पकड़ा देती हैं। पीड़ित व्यक्ति उस पर्ची पर कष्टकारक व्यक्ति का नाम लिख कर देता है जिसकी पिटाई करवानी है। कष्टदायी कारक के विषय में जितनी अधिक जानकारी प्रदान की जाए, उतना ही वह कष्ट निवारण में सहायक होता है। कष्टकारक व्यक्ति से सम्बंधित कुछ वस्तु भी साथ में दे सकते हैं, जैसे उसके वस्त्र आदि।

वह भद्र महिला उस पर्चे को ईंटों पर रखती हैं तथा जूते से उस पर वार करती हैं। वह उस कागज के पर्चे पर इतना वार करती हैं कि वह फटने लग जाता है। कई बार वार करते हुए वो उसको शापित भी करती हैं।

तदनंतर उस कागज के टुकड़े को जलाया जाता है। उस जले हुए टुकड़े तो सांकेतिक रूप से कागज के बाघ के मुंह में डाला जाता है। तत्पश्चात दोनों को मंदिर में रखे धातु के एक डिब्बे में डाल दिया जाता है।

इस अनुष्ठान के पश्चात वो पीले रंग के एक कागज के द्वारा पीड़ित व्यक्ति को आशीष देती हैं। सर्वप्रथम उस कागज के टुकड़े के द्वारा, तत्पश्चात उसे जलाकर उसके द्वारा वो पीड़ित को आशीर्वाद प्रदान करती हैं।

इसके पश्चात उनसे आवश्यक प्रश्न किये जा सकते हैं। वे आपके हाथों की रेखाएं भी देखती हैं तथा प्रश्नों का उत्तर देती हैं। यदा-कदा पत्थर के दो टुकड़ों को पासे के समान फेंककर उनसे दिव्य समाधान प्राप्त करती हैं।

मेरा अनुभव

हांगकांग की अनेक परम्पराओं के विषय में जानकार मेरी भी इच्छा थी कि यहाँ की कम से कम एक परंपरा का अनुभव लूं। मैंने इसी अनूठे अनुष्ठान को देखने एवं उसका अनुभव लेने का निश्चय किया। किन्तु चीनी भाषा से अनभिज्ञता मेरे लिए एक समस्या थी। हमने अनुष्ठान का आरम्भ तो किया किन्तु मुझे तब यह ज्ञात नहीं था कि मुझे पर्चे पर किसी का नाम लिखकर उन्हें देना है। इसलिए मेरा अनुष्ठान पूर्ण नहीं हो पाया।  मैं थोड़ा समय वहाँ बैठकर कुछ लोगों के अनुष्ठान देखती रही। कुछ समय पश्चात उन्होंने मुझे उनके अनुष्ठान का विडियो लेने की अनुमति दे दी।

जब मैंने उस भद्र महिला को उनका विडियो दिखाया, वो अत्यंत प्रसन्न हो गयीं। उन्होंने मुझे आलिंगन किया तथा मेरे पैसे लौटा दिये क्योंकि मेरा अनुष्ठान पूर्ण नहीं हुआ था। उनकी शुचिता ने मेरा मन मोह लिया।

एक छोटे से स्थान पर कई महिलायें यह अनुष्ठान करने के लिए विराजमान थीं। वे सभी ईंटों पर जूता बजा बजा कर ग्राहकों का ध्यान आकर्षित करने की चेष्टा कर रही थीं।

हांगकांग की जीवंत संस्कृति एवं परम्पराएं

यह अनुभव मेरे लिए हांगकांग की जीवंत संस्कृति एवं परम्पराओं को समीप से जानने का एक अद्भुत अवसर था। लोगों का यह विश्वास है कि अवांछित तत्वों एवं शक्तियों को प्रताड़ित करने व उनको पीटने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं तथा सभी बाधाओं से मुक्ति मिल जाती है। पीड़ित व्यक्ति किसी के प्रति अपने क्रोध को यहाँ व्यक्त करता है तथा ये महिलायें अपने अनुष्ठान के द्वारा उस व्यक्ति तक सन्देश पहुँचाती हैं कि वो इस पीड़ित को कष्ट ना दे। मैं उन महिलाओं से वार्तालाप करना चाहती थी तथा इस विषय में उनका अनुभव जानना चाहती थी। मैं उनसे चर्चा तो नहीं कर सकी किन्तु SCMP Article इस आलेख के द्वारा आप उनके कुछ अनुभव अवश्य जान सकते हैं।

मेरे मन में एक रोचक विचार उत्पन्न हुआ! एक दूसरे से रुष्ट दो व्यक्ति एक ही समय में दो भिन्न भिन्न महिलाओं के पास जाकर एक दूसरे के विरुद्ध अनुष्ठान कराएं तथा एक दूसरे को पिटवायें! कदाचित हो सकता है। किसी परिवार के अथवा किसी कार्यालय के दो सदस्यों के बीच मतभेद की स्थिति में यह हो सकता है।

मैं जानती हूँ कि यह अनुष्ठान वास्तव में किसी दूसरे व्यक्ति को पिटवाने के लिए अथवा उसे कष्ट पहुँचाने के लिए नहीं होता है, अपितु यह अपने भीतर स्थित उस व्यक्ति के विरुद्ध क्रोध अथवा द्वेष की भावना को नष्ट करने का एक साधन है।

क्या आपको ऐसे ही किसी अन्य रोचक व विचित्र परंपरा या अनुष्ठान की जानकारी है?

अनुवाद: मधुमिता ताम्हणे

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