स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन शेक्सपीयर की नगरी में पदभ्रमण

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शेक्सपीयर – पारंपरिक इंग्लैंड के सर्वोत्कृष्ट साहित्य का दर्पण! उच्च कोटि की सृजनात्मक प्रतिभा के धनी! विश्वसाहित्य के इतिहास में शेक्सपीयर के समकक्ष माने जाने वाले कवि विरले ही हैं। उनके द्वारा लिखित नाटक अब भी नाटक प्रेमियों एवं साहित्यकारों के लिए प्रेरणा का स्त्रोत हैं। उनके नाटकों का लगभग सभी भाषाओं में अनुवाद हुआ है।

स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन  शेक्सपीयर की नगरी
स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन शेक्सपीयर की नगरी

यद्यपि पाठशाला के पाठ्यक्रम के अंतर्गत शेक्सपीयर की जितनी रचनाएं हमने पढ़ी थीं, उनके अतिरिक्त मैंने उनकी अन्य रचनाएं पढ़ी नहीं हैं, तथापि उनकी रचनाओं से मेरा साक्षात्कार किसी न किसी रूप में होता रहता है, चाहे वह नाट्यशाला में हो, अथवा सिनेमा हॉल में हो या कोई लेख हो।

कुछ वर्षों पूर्व, जब मैं यूनाइटेड किंगडम की निवासी थी, प्रत्येक सप्ताहांत मैं किसी एक नगर का भ्रमण करती थी। उन्ही में से एक सप्ताहांत मैं स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन पहुँची तथा इस नगरी में पदभ्रमण किया।

यह मेरा प्रथम अवसर था जब मैंने किसी नगरी का मार्गदर्शित पदभ्रमण किया था। हमारी परिदर्शिका अथवा गाइड के व्यक्तित्व ने हमें सम्मोहित कर दिया था। मुझे उनके नाम का स्मरण नहीं है किन्तु उनके द्वारा व्यक्त किये शब्द अब भी कानों में गूँजते हैं। उन्होंने हमें स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन के अद्वितीय इतिहास का भ्रमण कराया जिसके अंतर्गत शेक्सपीयर एवं उनके परिवार से संबंधित अनेक भवनों का दर्शन कराया।

स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन में ना केवल शेक्सपीयर का जन्म हुआ था, अपितु उन्होंने अपने जीवन के अंतिम कुछ वर्ष भी यहीं उनके गृहनगर में व्यतीत किया था। मध्यकालीन समय उन्होंने लंदन में व्यतीत किया जहाँ उन्होंने अपने कार्यक्षेत्र में अपार कीर्ती अर्जित की।

हॅनले मार्ग (Hanley  Street ) – शेक्सपीयर की जन्मभूमि

हमारे पदभ्रमण का आरंभ होता है एक ऐसे भवन से जिसे विलियम शेक्सपीयर का जन्मस्थान माना जाता है। उनके माता-पिता इस भवन में निवास करते थे। कालांतर में उन की बहिन के कुछ वंशजों ने भी कुछ काल के लिए इस भवन में निवास किया था। १५ वीं. शताब्दी में निर्मित इस घर का आधा भाग काष्ठ का है। १५ वीं. शताब्दी से अब तक इस घर का अनेक स्वामियों के मध्य हस्तांतरण हुआ है, उनमें कुछ कसाई भी थे।

शेक्स्पीयर का जन्म स्थान
शेक्स्पीयर का जन्म स्थान

१८ वीं. सदी में चार्ल्स डिकन्स जैसे अनेक प्रसिद्ध व्यक्तिमत्वों ने इस भवन के दर्शन किये जिसके पश्चात इस भवन की लोकप्रियता में अकस्मात वृद्धि होने लगी। इसी लोकप्रियता के चलते अमेरिका के एक प्रदर्शनकार ने इस भवन को क्रय कर अमेरिका में स्थानांतरित करने की अभिलाषा व्यक्त की। उसकी इस योजना से स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन की इस अनमोल धरोहर का रक्षण करने के लिए शेक्सपीयर जन्मभूमि न्यास का गठन किया गया। किन्तु इस भवन का सार्थक जीर्णोद्धार १९ वीं. सदी के मध्य में ही हो पाया।

रखरखाव के नाम पर १५ वीं. सदी से १९ वीं. सदी तक इस भवन में जो भी परिवर्तन किये गए थे, उन सब को पूर्ववत लाते हुए इस भवन को इसका मूल स्वरूप प्रदान किया गया। इस प्रकल्प में कार्यरत वास्तुविदों एवं इतिहासकारों के लिए यह कितना चुनौतीपूर्ण व रोमांचकारी कार्य रहा होगा!

शेक्सपियर का काल्पनिक चित्र
शेक्सपियर का काल्पनिक चित्र

शेक्सपीयर के इस आवास के समक्ष खड़े होकर मैं कल्पना करने लगी कि बालक शेक्सपीयर ने यहीं खड़े होकर लोगों का पर्यवेक्षण किया होगा जो कालांतर में उनके नाटकों के अभिन्न अंग बने। उनके भवन का भ्रमण करते हुए मैं १९ वीं. सदी के उन वास्तुविदों एवं इतिहासकारों के समक्ष नतमस्तक हो गयी जिन्होंने काल को विपरीत दिशा में निर्देशित करते हुए इस भवन का इस प्रकार जीर्णोद्धार किया कि शेक्सपीयर की यह जन्मभूमि सदा के लिए अमर हो गयी। ठीक उसी प्रकार जैसी उनकी रचनाएं अमर हैं!

इस भवन में विलियम शेक्सपीयर के पिता जॉन शेक्सपीयर के पारिवारिक जीवन का चित्रण किया है। इसमें दस्ताने निर्माण करने का उनका कारखाना भी सम्मिलित है। बालक शेक्सपीयर के बाल्यकाल के वातावरण को दर्शाने करने के लिए भवन में समग्र परिश्रम किया गया है। वास्तुविदों एवं इतिहासकारों की कल्पना की उड़ान यहाँ तक गयी कि उन्होंने भवन में वही वनस्पतियों एवं पुष्पों के पौधे लगाए जो उस काल में शेक्सपीयर के घर में लगे थे। भवन के भीतर एक लघु संग्रहालय भी है।

शेक्सपीयर का जन्मस्थान अब एक राष्ट्रीय स्मारक है।

शेक्सपीयर के परिवार के अन्य निवास

ऐन हैथवे की कुटिया –  यह विलियम शेक्सपीयर की पत्नी ऐन हैथवे का पारिवारिक निवास स्थान है। यह अब एक सार्वजनिक संग्रहालय है।

शेक्सपियर की पत्नी का घर
शेक्सपियर की पत्नी का घर

क्या आप जानते हैं कि विलियम शेक्सपीयर ने २६ वर्षीय ऐन हैथवे से १८ वर्ष की आयु में विवाह किया था?

मेरी आर्डेन का निवास – यहाँ एक के पश्चात एक दो भवन हैं जिन्हे पालमर खेत (Palmer Farm) तथा ग्लीब खेत (Glebe Farm) कहते हैं। ऐसा माना जाता है कि ये दोनों शेक्सपीयर की माता मेरी आर्डेन के बाल्यकाल के आवास हैं। ये दोनों भवन अब शेक्सपीयर ग्रामीण संग्रहालय के अंग हैं।

हॉल क्रॉफ्ट – यह शेक्सपीयर की पुत्री सुजैना एवं उनके पती जॉन हॉल का आवास है। इस आवास का एक रोचक तत्व है, अस्पष्ट चिकित्सा पद्धतियों की एक प्रदर्शनी।

नवीन स्थल (New  Place )- यह वही भवन है जहाँ सन् १६१६ में शेक्सपीयर ने अपना अंतिम श्वास लिया था। इस भवन का अब अधिक कुछ शेष नहीं है किन्तु अब भी इसे नवीन स्थल कहते हैं।

इसके एक ओर स्थित नैश भवन में एक संग्रहालय है जहाँ अवॉन घाटी के ऐतिहासिक तत्वों को प्रदर्शित किया है।

शेक्सपीयर के विस्तृत परिवार के इन सभी आवासों पर दृष्टि डालने पर आप अनुमान लगा सकते हैं कि वे सभी एक दूसरे से अत्यंत निकट स्थित हैं। पदभ्रमण करते हुए एक आवास से दूसरे आवास तक पहुँचा जा सकता है। उनकी माता का निवासस्थान तथा उनकी पत्नी की माता का निवासस्थान उनके स्वयं के आवास से अधिक दूर नहीं है। इससे हम १६ वीं. सदी के इंग्लैंड की सामाजिक अवस्थिति का भी अनुमान लगा सकते हैं।

मुझे मेरे परिदर्शक द्वारा दी गयी एक जानकारी का स्मरण हो रहा है कि शेक्सपीयर के मूल वंशजों में अब कोई भी जीवित नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके लंदन आवास काल का कोई वंशज यदि जीवित हो तो उसकी कोई जानकारी नहीं है। उनके लंदन आवास काल के विषय में अनेक अस्पष्टताएं हैं।

प्रसिद्ध हॅनले मार्ग के अतिरिक्त आप भेड़ मार्ग (Sheep  Street) में भी पदभ्रमण कर सकते हैं। इस मार्ग में १५-१६ वीं. सदी के आवास हैं जहाँ ऊन उद्योग के लिए भेड़ों का व्यापार किया जाता था। इन आवासों को सामान्यतः अर्ध-काष्ठ आवास कहा जाता है।

होली ट्रिनिटी गिरिजाघर

शेक्सपियर की कब्र
शेक्सपियर की कब्र

स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन नगर का मुख्य गिरिजाघर है, होली ट्रिनिटी गिरिजाघर। देखा जाए तो यह किसी भी अन्य गिरिजाघर के अनुरूप एक ठेठ गिरिजाघर है जो ईसाई धर्म के अनुयायियों को नियमित सुविधाएं उपलब्ध कराता है। किन्तु साहित्य प्रेमियों की दृष्टि में यह गिरिजाघर किसी तीर्थस्थल से कम नहीं है। उनके आदरणीय कवि शेक्सपीयर का बपतिस्मा इस गिरिजाघर में हुआ था। इसी गिरिजाघर के समाधिस्थल में उनकी भी समाधि है।

उनकी समाधि पर अंकित समाधि-लेख के अनुसार जो भी इनके अवशेषों को यहाँ से अन्यत्र ले जाएगा, वह श्राप का भागी होगा।

रॉयल शेक्सपीयर कंपनी

जहाँ शेक्सपीयर होंगे, वहाँ से रंगशाला दूर कैसे हो सकती है! रंगशाला अथवा थिएटर स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन नगर के सांस्कृतिक ताने-बाने का एक अभिन्न अंग रहा है। समय समय पर अनेक रंगशालाओं का निर्माण होता रहा, उन्हे नष्ट किया जाता रहा, जलाया तथा विघटित किया जाता रहा। अंततः सन् १९३२ में औपचारिक रूप से रॉयल शेक्सपीयर रंगशाला की रचना की गयी। कालांतर में सन् १९६१ में रॉयल शेक्सपीयर कंपनी की स्थापना की गयी। वर्तमान में यह यूनाइटेड किंगडम की विशालतम थिएटर कंपनी है जिसके अंतर्गत प्रतिवर्ष लगभग २० विविध नाटक प्रकल्पों की रचना की जाती है।

रॉयल शेक्सपीयर कंपनी
रॉयल शेक्सपीयर कंपनी

रॉयल शेक्सपीयर रंगशाला में १००० दर्शकों के लिए सुविधाएं हैं। इसके अतिरिक्त यहाँ अन्य रंगशालाएं भी हैं जिनकी अपनी यात्राएं तथा अपनी कथाएं हैं। जब आप स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन नगर की यात्रा करेंगे तब उनका अवलोकन भी अवश्य करें।

रॉयल शेक्सपीयर रंगशाला में कम से कम एक नाटक प्रदर्शन का आनंद अवश्य उठायें। यह आपकी स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन नगर के यात्रा अनुभव को परिपूर्णता प्रदान करेगा।

यदि आप अपनी यात्रा अनुभव में कुछ रोमांच सम्मिलित करना चाहते हैं तो कुछ स्थानीय पब में जाएँ। वहाँ उपस्थित नाटककारों व अभिनेताओं से संवाद साधने का प्रयास करें। उनके जीवन के अनुभवों को जानने का प्रयास करें। उनके आदरणीय कवि तथा उनके द्वारा आरंभ की गयी ४०० वर्ष पुरातन परंपरा के साथ उनके संबंधों को अंतरंग रूप से जानना व समझना स्वयं में एक अनूठा अनुभव सिद्ध होगा। शेक्सपीयर के नाटक ना केवल उनके प्रेरणा है, अपितु उनकी आय का साधन भी हैं।

अवॉन नदी

स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन नगर से बहती अवॉन नदी आज भी इस नगर की जीवन रेखा है। आप इस नदी में नौकाविहार का आनंद लीजिये तथा इस प्राचीन व्यापार नगरी की भव्यता का आनंद उठाइये।

अवॉन नदी
अवॉन नदी

१५ वीं. शताब्दी में स्ट्रैटफोर्ड में अवॉन नदी पर क्लैप्टन सेतु का निर्माण किया गया जिसने यह नगर को विस्तृत स्तर पर व्यापार के अवसर प्रदान किये। व्यापारियों के लिए नगर की यात्रा सुगम हो गयी। क्लैप्टन सेतु के निर्माण से पूर्व नदी पर एक अस्थिर काष्ठ सेतु था जो अवॉन नदी के सतत परिवर्तित होते जल स्तर के कारण विश्वास योग्य नहीं था।

क्लैप्टन सेतु के माध्यम से विश्व भर के व्यापारी स्ट्रैटफोर्ड आते थे। उनके साथ आती थीं उनकी जीवन शैलियाँ, उनकी कथाएं तथा उनके अनुभव। कुछ सदियों पश्चात कदाचित यही जीवन शैलियाँ, यही कथाएं तथा यही अनुभव शेक्सपीयर की रचनाओं की प्रेरणा सिद्ध हुए।

स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन विश्व के उन क्वचित नगरों में से एक है जहाँ नगर के नाम में वहाँ से बहती नदी का नाम भी सन्निहित है।

स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन नगर के भ्रमण का एक अटूट अंग है, अवॉन नदी पर नौकायन।

नदी के तट पर पदभ्रमण करना भी एक आनंददायी अनुभव है। नगर का पदभ्रमण करने के पश्चात मैं भी नदी के तट पर विश्राम करने बैठ गयी। प्रसन्न वातावरण का आनंद उठाते हुए मैंने स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन नगर,  शेक्सपीयर तथा उनके परिवार से संबंधित सभी कथाओं एवं तथ्यों का मनन व चिंतन किया।

शेक्सपीयर के परे स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन नगर का अस्तित्व

स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन नगर में अनेक ऐसे तत्व हैं जो इस सुप्रसिद्ध नाटककार से संबंधित ना होते हुए भी एक पर्यटक के लिए आकर्षण का केंद्र हैं:

  • हावर्ड हाउस – यह प्रसिद्ध हावर्ड विश्वविद्यालय से संबंधित है।
  • यांत्रिक कला एवं अभिकल्पना संग्रहालय (MADMechanical  Art  & Design  Museum) – रचनात्मक अभिकल्पना की प्रेरणा का अप्रतिम स्त्रोत
  • तितली उद्यान – बहुरंगी तितलियों के विश्व का आनंद उठायें।
  • प्रशिक्षित प्रदर्शकों के मार्गदर्शन में रात्रिकालीन भुतहा भ्रमण
  • अवॉन नदी पर भुतहा नौकायन

क्या आप जानते हैं कि हावर्ड विश्वविद्यालय के संस्थापक जॉन हावर्ड के दादाजी का आवास भी स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन नगर में है।

स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन – एक पर्यटन स्थल

स्ट्रैटफोर्ड में प्रति वर्ष २५ से ३० लाख पर्यटक आते हैं। इस नगर की अर्थव्यवस्था में पर्यटन उद्योग का बड़ा योगदान है। इसका प्रमुख कारण है, शेक्सपीयर। सम्पूर्ण नगर में जहाँ भी दृष्टि दौड़ाएं, वहाँ पर्यटक सूचना केंद्र दृष्टिगोचर होता है। शेक्सपीयर, उनकी रचनाएं तथा विश्व साहित्य में उनका स्थान, ये सब अब भी उनके जन्मस्थल के निवासियों की आय का प्रमुख स्त्रोत हैं। क्या यह स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन नगर के निवासियों की दृष्टि में उन्हे अधिक महान नहीं बनाती!

स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन नगर की स्मृतियाँ

जिस नगर में शेक्सपीयर जैसे महान व्यक्तिमत्व ने जन्म लिया, जहाँ उन्होंने अपना अंतिम श्वास लिया, उनके स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन नगर से आपको कौन सी स्मारिकाएं लानी चाहिए, क्या यह अब भी बताना शेष है? शेक्सपीयर से संबंधित अनेक प्रकार की स्मारिकाएं उपलब्ध हैं। आप उनकी पुस्तकें भी क्रय  कर सकते हैं। शेक्सपीयर की जन्मस्थली से संबंधित रोचक स्मारिकाओं के विषय में जानने के लिए शेक्सपीयर जन्मस्थल न्यास के इस वेबस्थल पर संपर्क करें।

स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन नगर की यात्रा के लिए कुछ सुझाव

  • स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन नगर पहुँचने के लिए निकटतम विमानतल बर्मिंघम में है।
  • स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन नगर सड़क मार्ग द्वारा लंदन से २ घंटे, बर्मिंघम से ३० मिनट तथा वरविक से १०-१५ मिनट दूर है। नियमित बस सेवाएं भी उपलब्ध हैं।
  • बर्मिंघम, वरविक अथवा लंदन मरीलेबोन से रेल मार्ग द्वारा भी स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन पहुँचा जा सकता है।
  • स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन नगर पहुँचने के पश्चात आप सम्पूर्ण नगर में पद भ्रमण कर सकते हैं अथवा दुपहिया सायकल किराये पर ले कर सायकल द्वारा भ्रमण कर सकते हैं। यह एक सुगठित नगर है जो रोचक धरोहरों से परिपूर्ण है। मेरा सुझाव है कि आप कम से कम एक नियोजित पद भ्रमण अवश्य करें। आप किसी परिदर्शक की अनुपस्थिति में भी अपनी गति से पद भ्रमण कर सकते हैं, संग्रहालयों का शांतिपूर्ण रीति से अवलोकन कर सकते हैं, स्वेच्छा से छायाचित्र ले सकते हैं तथा इस नगरी के पुरातन इतिहास में लिप्त हो सकते हैं।
  • अधिकतर नियोजित पदभ्रमण स्वान फाउन्टन से आरंभ होते हैं। पर्यटकों एवं प्रदर्शकों की उपस्थिति से यह स्थान विशेषतः ग्रीष्मकाल में अत्यंत जीवंत हो उठता है।
  • यदि आप पदभ्रमण नहीं करना चाहते हैं तो खुली छत की बसें भी उपलब्ध हैं जो आपको इस नगरी का भ्रमण कराएंगी।
  • स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन में वर्ष भर विविध आयोजन होते रहते हैं। आपके यात्रा काल में कौन कौन सी प्रदर्शनियाँ आयोजित हैं, उनकी पूर्व जानकारी इस वेबस्थल से अवश्य प्राप्त कर लें।
  • स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन साहित्य उत्सव एक महत्वपूर्ण उत्सव है। उत्सवकाल के विषय में इस वेबस्थल से पूर्व जानकारी प्राप्त कर लें।
  • २३ अप्रैल से निकटतम सप्ताहांत – शेक्सपीयर का जन्मोत्सव। यह भी स्ट्रैटफोर्ड यात्रा के लिए एक उत्तम काल है।
  • स्ट्रैटफोर्ड-अपॉन-एवन से संबंधित अधिक जानकारी के लिए ब्रिटेन भ्रमण वेबस्थल से भी जानकारी प्राप्त कर लें।

अनुवाद: मधुमिता ताम्हणे

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