भूदान पोचमपल्ली – विनोबा भावे और इक्कत बुनाई
भारत की अधिकांश महिलाओं के लिए पोचमपल्ली नाम नवीन नहीं होगा। वहाँ की बुनी हुई इक्कत रेशम की साड़ियों एवं चादरों के विषय में उन्हें जानकारी अवश्य होगी। उनमें से कई लोगों के पास...
चेरियल चित्रकारी – तेलंगाना के चेरियल गाँव की विशेष सौगात
कलमकारी कला कौशल के पश्चात कदाचित चेरियल चित्रकारी ही आंध्र क्षेत्र की सर्वोत्तम कला देन है। आंध्र प्रदेश के तेलंगाना क्षेत्र में, जो अब स्वयं एक राज्य है, चेरियल नामक एक गाँव है। हैदराबाद...
हैदराबाद में भारत का प्राचीनतम महापाषाण स्थल
जब भी हैदराबाद का उल्लेख हमारे सामने होता है तो सर्वप्रथम दम बिरयानी, ईरानी चाय, उस्मानिया बिस्कुट जैसे स्वादिष्ट व्यंजनों के स्मरण से मुंह में पानी आ जाता है। एक पल यदि अपनी जठराग्नि...
लाड बाजार – हैदराबाद की प्रतिष्ठा,प्रतीक एवं जीविका
हैदराबाद में निवास करते समय मैंने यहाँ की धरोहरों के दर्शन हेतु कई पदयात्राएं की थीं। लाड़ बाज़ार उनमें से एक है। जिस किसी ने लाड बाजार के आसपास अथवा इसकी गलियों में भ्रमण...
हैदराबाद के चिलकुर बालाजी मंदिर – वीसा दिलवाने वाले भगवान
चिलकुर बालाजी का शाब्दिक अर्थ है छोटे बालाजी। चिलकुर बालाजी मंदिर हैदराबाद तथा उसके आसपास के क्षेत्रों का सर्वाधिक प्रसिद्ध मंदिर है। यह इच्छा-पूर्ति मंदिर के नाम से भी प्रसिद्ध है। यहाँ के भक्तों...
अद्भुत हैदराबाद संग्रहालय जो आपको अपनी ही दुनिया में ले जाएँ
हैदराबाद का विविधताओं से भरा एक लंबा इतिहास है। दक्खन के पठारों में प्राकृतिक रूप से संतुलन बिठाये अनोखी प्राचीन चट्टानें हैं जो इसकी प्राचीनतम रचना हैं। एक ओर इसके आदिवासी रहवासी हैं जिनके...
बिदरी धातु-शिल्पकला सृजन का प्रत्यक्ष दर्शन
काले स्याह जस्ते अर्थात् जिंक पर उज्जवल सजीली नक्काशी, ऐसी कलाकारी आप सभी ने अवश्य देखी होगी। इसे देख आपको वर्षा ऋतु की काली रात्री में स्याह घटाओं के पीछे से चन्द्रमा की चमकती...
वारंगल दुर्ग – काकतीय वंश की विरासत
हैदराबाद शहर से 150 कि.मि. की दूरी पर बसा हुआ वारंगल दुर्ग, तेलंगाना का एक सुन्दर दर्शनीय स्थल है। यहां के मनोरम वातावरण से लगता है जैसे कि यहां पर हर समय लोगों की...