भीमबेटका शैलाश्रय एवं प्रागैतिहासिक गुफा चित्र
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से ४५ किलोमीटर दक्षिण की ओर, भोपाल-होशंगाबाद राजमार्ग पर भीमबेटका नामक विश्व धरोहर स्थल है। जब आप भोपाल से होशंगाबाद की ओर जा रहे हों तब आप अपने दाहिनी ओर...
बाघ गुफाएं और उनके अद्भुत भित्तिचित्र व ठप्पा छपाई
जब से मैंने दिल्ली के राष्ट्रीय संग्रहालय में भारतीय कला का अध्ययन किया था, तब से मध्य प्रदेश की बाघ गुफाओं के दर्शन करना मेरी यात्रा प्राथमिकता में उच्च स्थान पर था। मुझे अब...
मध्य प्रदेश के भील जनजाती का भगोरिया उत्सव
जब मुझे भगोरिया उत्सव में भाग लेने के लिये झाबुआ जाने का निमंत्रण मिला, मुझे इस उत्सव के विषय में तनिक भी जानकारी नहीं थी। ना ही झाबुआ के अस्तित्व के विषय में कोई...
मांडू की प्राचीन जल प्रबंधन प्रणाली एवं बावड़ियाँ
विंध्य पर्वत श्रंखला के एक पहाड़ी क्षेत्र पर, लगभग २००० फीट की ऊंचाई पर विराजमान मांडू एक प्राचीन दर्शनीय धरोहर है। उत्तर में मालवा पठार तथा दक्षिण में नर्मदा की घाटियों से घिरी इस...
बुरहानपुर – जहां कभी ताज महल बनवाया जाने वाला था!
बुरहानपुर – इस नगर को मैं केवल इसलिए जानती थी कि यहाँ शाहजहाँ की पत्नी मुमताज महल की मृत्यु हुई थी। वही मुमताज महल जिनकी स्मृति में ताज महल बनवाया गया था। अपनी १४वी.संतान...
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग नर्मदा के पावन तट पर
ओंकारेश्वर, नर्मदा नदी में स्थित एक अद्वितीय द्वीप! ४कि.मी. लंबा व २कि.मी. चौड़ा यह द्वीप, चारों ओर नर्मदा नदी से घिरा छोटा पहाड़ दिखाई पड़ता है। आकाश से यदि इसे देखा जाये तो यह...
महेश्वर – नर्मदा के चरणों में अहिल्या बाई होलकर की प्राचीन नगरी
महेश्वर यानि रानी अहिल्या बाई होलकर की नगरी! रानी अहिल्या बाई ने होलकर की राजधानी को इंदौर से नर्मदा किनारे स्थित महेश्वर में स्थानांतरित किया तथा यहीं से उन्होंने शासन किया। भगवान् शिव एवं...
मुन्ना बाघ – मध्यप्रदेश के कान्हा राष्ट्रीय उद्यान का प्रसिद्ध सितारा
मैंने भारत भर के राष्ट्रीय उद्यानों में अनेक सवारियां की हैं। इस सब वन्य जीवन की सफारियों के दौरान किसी बाघ को उसके प्राकृतिक परिवेश में देखने का भाग्य अब तक नहीं मिला था।...