पांगोंग त्सो लद्दाख

पांगोंग त्सो सरोवर – लद्दाख का प्रसिद्द पर्यटक स्थल

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पांगोंग सरोवर अथवा पांगोंग झील को स्थानीय भाषा में पांगोंग त्सो कहते हैं। भारत के नवनिर्मित केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की राजधानी लेह से लगभग १५० किलोमीटर दूर स्थित पांगोंग सरोवर एक मनोरम हिमालयी...
गढ़ मंदिर राम मंदिर रामटेक

रामटेक – विदर्भ में रामायण के पदचिन्ह

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रामटेक, महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र में नागपुर के निकट स्थित, ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण एक अद्भुत नगर। रामटेक में इतिहास के अनेक कालखंडों ने अपने चिन्ह अंकित किये हैं। रामटेक का रामायण से संबंध रामटेक नाम...
रिनचेंपांग के बौद्ध मठ

सिक्किम का रिंचेनपाँग – विषैला सरोवर, ऑर्किड एवं कंचनजंगा

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सिक्किम भ्रमण के अंतर्गत इस भाग में हम गंगटोक से रिंचेनपाँग की ओर निकल पड़े। इस गंतव्य के विषय में हमारे मस्तिष्क में कोई नूतन कल्पना जन्म नहीं ले रही थी। यही अपेक्षित था...
द्वारका जलगत पुरातत्त्व

भारत के जलगत पुरातत्व – अवसरों का सागर

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अनुराधा : नमस्ते। इंडीटेल्स के अन्तर्गत, डीटुअर्स में चर्चा करने के लिए आज हमारे साथ है, डॉ. अनुरुद्ध सिंह गौर, जो एक समुद्री पुरातत्त्वविद् (marine archeologist) हैं। जलगत पुरातत्व से मेरा सर्वप्रथम सामना तब...
अलीपुर संग्रहालय

अलीपुर संग्रहालय – कोलकाता का ऐतिहासिक कारागृह

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कोलकाता का अलीपुर संग्रहालय पूर्व में एक केंद्रीय कारागृह था। आरंभ में मैं इस संग्रहालय के भ्रमण के लिए आतुर नहीं थी क्योंकि कारागृहों के विषय में सदा यह अवधारण बनी रहती है कि...
गंगा घाट वाराणसी

वाराणसी के गंगा घाट भक्ति से ओतप्रोत

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वाराणसी, गंगा नदी के तट पर बसा विश्व का प्राचीनतम नगर! वाराणसी का नाम लेते ही नेत्रों के समक्ष मनमोहक गंगा घाट एवं मंदिरों से अलंकृत एक अद्भुत आध्यात्मिक नगर का दृश्य प्रकट हो...
लिंगराज मंदिर भुवनेश्वर

भुवनेश्वर का लिंगराज मंदिर- कलिंग स्थापत्यशैली की उत्कृष्ट कृति

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भुवनेश्वर के लिंगराज मंदिर से मेरा सर्वप्रथम परिचय राष्ट्रीय संग्रहालय में आयोजित ‘भारतीय कला’, इस विषय के अध्ययनकाल में हुआ था। इस पाठ्यक्रम के अंतर्गत, मंदिर निर्माण की उत्तर भारतीय नागर स्थापत्यशैली पर दिए...

बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान – बाघ दर्शन के परे वन्य-जीवन

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बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान बाघों के दर्शन के लिए अत्यंत लोकप्रिय है। अन्य राष्ट्रीय उद्यानों की तुलना में यह एक छोटा राष्ट्रीय उद्यान है जहां बाघों की संख्या प्रशंसनीय है। इस कारण सफारी के समय...

गंगईकोंड चोलपुरम का भव्य बृहदीश्वर मंदिर

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तमिलनाडु के तंजावूर से लगभग ८० किलोमीटर की दूरी पर एक छोटी नगरी है - गंगईकोंड चोलपुरम। यह गाँव, अरियलूर जिले में जयनकोंडम नगरी के समीप स्थित है। चोल सम्राट राजेंद्र प्रथम ने सन्...
तीर्थन घाटी - हिमाचल प्रदेश

कुल्लू की तीर्थन घाटी – हिमाचल प्रदेश का रमणीय पर्यटन गंतव्य

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हिमाचल प्रदेश भारत के सर्वाधिक रम्य, शांत, सौंदर्य से ओतप्रोत तथा पर्यटन के अनुकूल राज्यों में से एक है। हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध पर्वतीय क्षेत्रों में प्रायः बारह मास पर्यटकों का तांता लगा रहता...

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