महाभारत कथाओं में क्रोध एवं क्षमा के प्रसंग
यदि आप मुझसे प्रश्न करें कि क्रोध एवं क्षमा में श्रेष्ठ क्या है, मुझे विश्वास है कि आप भी अधिकांश प्रसंगों में क्षमा का ही चुनाव करेंगे। हमें शिक्षा भी ऐसी ही दी गयी...
महाभारत काल में वित्त व वाणिज्य की कथा
महाभारत काल में एक द्यूतक्रीडा में कौरवों के हाथों पराजित होने के पश्चात पांडवों को १३ वर्ष वनवास भोगना पड़ा था। उनके हाथों से सम्पूर्ण वैभव, धन-संपत्ति तथा राजपाट छिन गया था। इससे पांडव...
गोस्वामी तुलसीदास कृत रामचरितमानस पठन के ५ मुख्य उद्देश्य
मेरा ध्येय है कि मैं सदा मूल भारतीय ग्रंथों का ही पठन करूँ। इसी कड़ी में मैंने गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस के पठन का निश्चय किया। हम सब जानते हैं कि भारत के...
राहुल सांकृत्यायन रचित घुमक्कड़ स्वामी – यात्रा साहित्य
श्री राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित पुस्तक “घुमक्कड़ स्वामी” एक भ्रमणप्रिय साधू की कथा है जिसने उत्तरी भारत की लम्बाई तथा चौड़ाई नापी है। यह उस घुमक्कड़ी साधक की आत्मकथा है जिसने भारत के धार्मिक...
संत कबीर का काव्य, भक्ति, दर्शन और जीवन परिचय
संत कबीर १५ वीं. शताब्दी के अंत से १६ वीं. शताब्दी के आरंभ तक की समयावधि में एक जुलाहा होने के साथ साथ एक प्रसिद्ध संत कवि थे। यह भारत में भक्ति आंदोलन का...
राहुल सांकृत्यायन रचित वोल्गा से गंगा – एक पुस्तक समीक्षा
श्री राहुल सांकृत्यायन द्वारा लिखित पुस्तक “वोल्गा से गंगा” एक महाकाव्य है। यह ६००० ई.पू. से लेकर १९४२ ई. तक की समयावधि में हुए मानव विकास का, सामान्य जनमानस की दृष्टी से अनुरेखण करता...