नौकाओं द्वारा यात्राएं करना नवीन संकल्पना कदापि नहीं है। जल मार्ग द्वारा यात्राएं करना प्राचीन काल से ही सम्पूर्ण विश्व का एक पारंपरिक परिवहन का साधन रहा है। आप सब को विष्णु के ‘मत्स्य अवतार’ की कथा ज्ञात ही होगी। इस कथा में नौका द्वारा यात्रा का उल्लेख किया गया है। आप में से कुछ को ‘नोआ की नाव’, इस कथा के विषय में भी जानकारी होगी। इन सभी कथाओं में नौकाओं द्वारा की गयी यात्राओं का विशेष महत्त्व है। जैसे जैसे रेल मार्ग, सड़क मार्ग तथा वायु मार्ग जैसे परिवहन के अन्य साधनों का विकास होने लगा, जलमार्गों की महत्ता शनैः शनैः न्यून होने लगी।
किन्तु विश्व भर में अनेक ऐसे गंतव्य हैं, अनेक ऐसे मार्ग हैं, जहाँ के लिए जल मार्ग से भ्रमण करना सर्वोत्तम यात्रा साधन सिद्ध होता है।
देश-विदेश में अनेक ऐसी फेरी अथवा जलमार्ग हैं जो पर्यटकों में अत्यंत लोकप्रिय हैं, विशेषतः ऐसी नौका यात्राएं जो पर्यटकों को दूरस्थ द्वीपों अथवा भूभागों तक ले जाती हैं, जो मुख्य महाद्वीप से पृथक हो। मुझे देश-विदेश की ऐसी अनेक नौका भ्रमणों का सौभाग्य प्राप्त हुआ है जो हमें अत्यंत मनमोहक परिदृश्यों के मध्य ले जाते हैं। अनेक ऐसी नौका यात्राएं हैं जो अब भी मेरी इच्छा सूची में उच्च स्थानों पर हैं।
आईये मैं आपको ऐसी ही कुछ अप्रतिम व मनमोहक नौका भ्रमणों पर ले जाती हूँ। इन्हें देशी-विदेशी भाषाओं में फेरी राइड भी कहते हैं।
देश-विदेश की कुछ सर्वोत्तम नौका यात्राएं
स्टैचू ऑफ लिबर्टी एवं एलिस द्वीप फेरी भ्रमण – न्यू यॉर्क/ न्यू जर्सी
मैं न्यू यॉर्क केवल एक दिवस के भ्रमण पर आयी थी किन्तु मैंने यह सुनिश्चित किया था कि मैं विश्व प्रसिद्ध स्टैचू ऑफ लिबर्टी का अवलोकन करने के लिए एलिस द्वीप तक की नौका सवारी अवश्य करुँगी। मैंने एलिस द्वीप पर स्थित संग्रहालय का भी अवलोकन किया।
जैसे जैसे नौका स्टैचू ऑफ लिबर्टी के समीप पहुँचती है, हमें उसकी विशालता का आभास होने लगता है। दूसरी ओर न्यू यॉर्क का क्षितिज भी शनैः शनैः प्रकट होने लगता है। यह जल भ्रमण एक प्रकार से दृश्य-उल्हास के समान है जब चारों ओर के सर्व प्रतिष्ठित दृश्य आपको मंत्र मुग्ध कर देते हैं।
एलिस द्वीप का संग्रहालय उन प्रवासियों को समर्पित है जो कभी इस द्वीप पर उतरे थे तथा यहाँ अपना स्थाई निवास बना लिया था।
स्टार फेरी राइड – विक्टोरिया बंदरगाह, हांगकांग
हांगकांग से काउलून के मध्य तैरती स्टार फेरी एक ऐसी नौका यात्रा है जिसे आप हांगकांग में रहते हुए अनदेखा नहीं कर सकते हैं। यह यात्रियों को हांगकांग से काउलून ले जाती व वापिस लाती है। यह नौका हांगकांग के दैनन्दिनी जीवन का एक अभिन्न भाग है। इसका प्रयोग पर्यटक एवं कामकाजी यात्री भी उतनी ही बड़ी मात्रा में करते हैं जितना कि यहाँ के स्थानिक।
यदि आप हांगकांग की दिशा में ठहरे हैं तो आप सूर्यास्त के आसपास काउलून की ओर नौका भ्रमण करें। इस भ्रमण के माध्यम से आप रंगबिरंगे प्रकाश का अद्भुत प्रदर्शन देख सकेंगे। यह एक प्रकाश प्रदर्शन है जिसका आयोजन प्रत्येक संध्या के समय लगभग ८ बजे किया जाता है। इस प्रदर्शन की अवधि लगभग १० मिनट है।
यदि आप काउलून की दिशा में ठहरे हैं तो आप दिवस में किसी भी समय यह फेरी लेकर मुख्य द्वीप पर आ सकते हैं तथा हांगकांग की सड़कों पर भरते भिन्न भिन्न हाटों का आनंद ले सकते हैं।
वैनकूवर से विक्टोरिया तक नौका भ्रमण
ब्रिटिश कोलंबिया की राजधानी वैनकूवर वास्तव में एक द्वीप है। वहाँ तक केवल जल मार्ग अथवा वायु मार्ग द्वारा ही पहुँचा जा सकता है। वायु मार्ग से जाना चाहें तो समुद्री वायुयान का आनंद अवश्य उठायें। यह वायुयान जल की सतह से उड़ान भरता है तथा द्वीपों के ऊपर अत्यंत कम ऊँचाई पर उड़ता है। यह स्वयं में एक अद्वितीय अनुभव है जिसका आनंद आप अवश्य उठायें।
वैनकूवर पहुँचने का अधिक प्रचलित साधन है, जल मार्ग। आकर्षक विक्टोरिया नगरी में दिवस भर भ्रमण करने के पश्चात लगभग सूर्यास्त के समय मैंने विक्टोरिया से वैनकूवर तक की नौका यात्रा की। दिवस भर की थकान के पश्चात यह एक अत्यंत ही सुखद अनुभव था। यह एक बहुतलीय अतिविशाल पोत है जिसमें अनेक जलपानगृह, काफी शॉप, ललित वस्तुओं की दुकानें तथा मनोरंजन के विविध साधनों के साथ अनेक खुले छत हैं जिन्हें डेक कहते हैं। यदि पोत में उपलब्ध अन्य सुविधाओं में लिप्त होने की चाह ना हो तो आप डेक पर जाकर खुले समुद्र का आनंद उठा सकते हैं।
वैनकूवर से विक्टोरिया जाने अथवा आने के लिए इस नौका यात्रा के अतिरिक्त दोनों छोरों पर संलग्न बस सुविधाएं भी ग्रहण करनी पड़ती है। कुल यात्रा अवधि ३-४ घंटों की हो जाती है जिसमें लगभग ९० मिनट का नौका भ्रमण सम्मिलित है।
राजा अम्पाट में नौकायन
राजा अम्पाट इंडोनेशिया का द्वीप समूह है। राजा अम्पाट द्वीप समूह पूर्वी इंडोनेशिया के सर्वाधिक सुन्दर एवं दूरस्थ द्वीप समूहों में से एक हैं। वहाँ पहुँचने के लिए निकटतम विमानतल सोरोंग में स्थित है। वहाँ से इस द्वीप समूह के विभिन्न द्वीपों तक विविध प्रकार के अतिगतिवान नौकाओं द्वारा पहुँचा जा सकता है।
सोरोंग से नौका द्वारा हम वइसइ द्वीप पहुँचे जहाँ हमने एक पाठशाला में कुछ समय व्यतीत किया। पक्षियों के दर्शन के लिए सविंग्ग्रइ एक उत्तम स्थल है। हमने पियानेमो द्वीप पर स्थित स्टार लगून में कुछ समय भ्रमण किया। इसके पश्चात हम पसीर तिम्बुल गए जो यहाँ का लघुतम तथा सर्वाधिक आकर्षक द्वीप है। अर्बोरेक द्वीप पर हमें आदिवासी संगीत श्रवण का भी आनंद प्राप्त हुआ। कुछ द्वीपों पर स्थित गुफाओं के ऊपर हमने प्रचीन हस्तचित्र भी देखे।
राजा अम्पाट के सभी द्वीपों का भ्रमण केवल जलमार्ग द्वारा ही किया जा सकता है। अतः आप यहाँ नौकायन का भरपूर आनंद उठा सकते हैं।
डुब्रोवनिक से हवार तक नौका यात्रा
हवार क्रोएशिया एवं इटली के मध्य, एड्रियाटिक सागर पर स्थित एक क्रोशियाई द्वीप है। हवार द्वीप खिली खिली धूप युक्त सुखद वातावरण के लिए लोकप्रिय है। अनेक पर्यटक यह सुखद धूप सेंकने ही यहाँ आते हैं। इसके समुद्र तट अत्यंत सुन्दर हैं। समुद्र का गहरा नीला जल मन को मंत्रमुग्ध कर देता है। हवार एक चहल-पहल भरा नगर है। छोटे पत्थरों को सुसज्जित रूप से बिछा कर सुन्दर मार्ग बनाए गए हैं। ये मार्ग इतने सुन्दर प्रतीत होते है कि इन पर पदभ्रमण करते रहने की इच्छा होती है। हवार एक सुन्दर पुरातन नगर का आभास देता है जो मुझे अत्यंत लुभावना प्रतीत हुआ।
इस द्वीप पर पहुँचने के लिए डुब्रोवनिक से हवार तक नौका यात्रा आवश्यक है। इस जल यात्रा की अवधि ३-४ घंटों की है। फेरी द्वारा इस द्वीप पर पहुँचने के पश्चात आप द्वीप का भ्रमण तो करेंगे ही। साथ ही आप इस द्वीप की सुन्दर गुफाओं का अवलोकन करने के लिए नौका सफारी कर सकते हैं, जल में लघु नौका पर कयाकिंग क्रीड़ा कर सकते हैं अथवा सूर्यास्त के अप्रतिम दृश्यों का आनंद लेने के लिए ठेठ सूर्यास्त नौका विहार कर सकते हैं।
डुब्रोवनिक से हवार तक की नौका यात्रा मुझे सर्वाधिक प्रिय है।
मिकोनोस एवं सेंटोरिनी द्वीपों का नौकाभ्रमण
ग्रीस अथवा यूनान एक प्राचीन सभ्यता है। एक यात्री के रूप में मुझे प्राचीन सभ्यताओं एवं उनके अवशेषों के दर्शन करना तथा उनके इतिहास को समझना अत्यंत भाता है। अतः ग्रीस की राजधानी एथेंस मुझे अत्यंत आकर्षित करती है। किन्तु एक पर्यटक के रूप में ग्रीस में भ्रमण का आनंद उठाने के लिए मिकोनोस एवं सेंटोरिनी जैसे यूनानी द्वीप भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं।
मिकोनोस एवं सेंटोरिनी ग्रीस के सर्वाधिक सुन्दर द्वीपों में से हैं जो अपने उत्तम सौंदर्य एवं अप्रतिम समुद्रतटों के लिए जाने जाते हैं। गहरे नीले रंग के शांत एजियन समुद्र की सुन्दरता मन को बींध जाती है। इनका आनंद उठाने के लिए जल मार्ग से यात्रा सर्वोत्तम उपाय है। एथेंस, मिकोनोस एवं सेंटोरिनी के मध्य अनेक प्रकार की नौका सेवायें उपलब्ध हैं। यद्यपि इन द्वीपों तक वायु मार्ग द्वारा भी पहुंचा जा सकता है, किन्तु इस अप्रतिम सुन्दरता को मन भर के निहारने के लिए जल मार्ग द्वारा यात्रा करना ही सर्वोत्तम है।
यदि आप ग्रीस एवं इस्तानबुल की यात्रा कर रहे हैं तो आप इस्तानबुल से भी फेरी ले सकते हैं।
इस्तानबुल फेरी यात्रा
बोस्पोरूस एक जलसन्धि है जो यूरोप को एशिया से पृथक करती है। यह एक सांस्कृतिक अचम्भे के साथ साथ अप्रतिम प्राकृतिक रचना भी है। मुझे बताया गया कि इस्तानबुल के प्रमुख आकर्षणों के अवलोकन के लिए जल भ्रमण सर्वोत्तम है। आशा है कि मुझे भी यह अवसर शीघ्र प्राप्त हो ताकि मैं भी अपनी गति से जल मार्ग द्वारा हॉप ऑन हॉप ऑफ बोस्पोरूस टूर के माध्यम से इस्तानबुल की सुन्दरता का आनंद उठा सकूं।
इस्तानबुल फेरी यात्रा मेरी इच्छा सूची में सम्मिलित है जिसे मैं शीघ्र साकार करना चाहती हूँ।
विदेशों की जल यात्राओं की मेरी इच्छा सूची में कुछ आकर्षण अब भी शेष हैं। उनमें हैं, टेम्स क्लिपर्स लंदन एवं सिडनी फेरी।
भारत की कुछ लोकप्रिय नौका यात्राएं
भारत में नौकाओं द्वारा यात्राएं करना विदेशों की तुलना में अधिक लोकप्रिय नहीं है। फिर भी सम्पूर्ण भारत में अनेक ऐसे नौका भ्रमण आयोजित किये जाते हैं जो आपको मुख्य भूमि से भौगोलिक रूप से पृथक अनेक भारतीय द्वीपों में ले जाते हैं। कुछ द्वीप तो ऐसे हैं जो मुख्य भूमि से सांस्कृतिक रूप से भी अत्यंत भिन्न हैं। मुझे ऐसे ही अनेक नौका भ्रमणों का आनंद प्राप्त हुआ है। ये नौका भ्रमण सागर, नदियों, अप्रवाही जल स्त्रोतों के साथ साथ कुछ राष्ट्रीय उद्यानों में भी संचालित किये जाते हैं।
आईये मैं आपको भारत के कुछ लोकप्रिय नौका भ्रमणों पर ले जाती हूँ।
गोवा में दीवार द्वीप तक की निशुल्क फेरी
गोवा में दो अप्रवाही नदियाँ हैं, मंडोवी एवं जुआरी। इन नदियों पर अनेक छोटे-बड़े द्वीप हैं। उनमें से एक है, दीवार द्वीप जो मंडोवी नदी पर है। यह गोवा का विशालतम द्वीप है तथा ऐतिहासिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण भी है। इस द्वीप पर पहुँचाने के लिए मुख्य भूमि से राज्य जल परिवहन के अंतर्गत फेरी सेवायें उपलब्ध हैं। दीवार द्वीप पहुँचने के लिए आप रायबन्दर, प्राचीन गोवा अथवा बिचोली से यह सेवा प्राप्त कर सकते हैं।
यह नौका भ्रमण अत्यंत मनभावन है। इस भ्रमण द्वारा आप द्वीप के चारों ओर स्थित खारे जल में उगने वाले मैनग्रोव का सुन्दर वन देख सकते हैं। यह वन विविध प्रकार के पक्षियों का आवास भी है। कदाचित आपको मगरमच्छ के भी दर्शन हो जाएँ!
गोवा की मुख्य भूमि से मंडोवी नदी पर स्थित एक अन्य द्वीप पर भी फेरी द्वारा पहुंचा जा सकता है। चोराओ नामक यह द्वीप भी अत्यंत विस्तृत है।
ये दोनों भ्रमण सवारियों के लिए निशुल्क हैं। केवल वाहनों के लिए कुछ न्यूनतम शुल्क देना पड़ता है।
इनके अतिरिक्त भी गोवा में अनेक छोटे द्वीप हैं जहाँ नौका भ्रमण आयोजित किये जाते हैं। उनमें अधिकतर भ्रमण गैर-सरकारी प्रबंधकों द्वारा आयिजित किये जाते हैं। उनकी जानकारी आप अपने यात्रा नियोजक से प्राप्त कर सकते हैं।
मुंबई से एलिफेंटा गुफाओं तक नौका यात्रा
घारापुरी अथवा एलिफेंटा गुफाएं लोकप्रिय ऐतिहासिक गुफाएं हैं जो मुंबई समुद्र के भीतर एक द्वीप पर स्थित हैं। आप भारत का प्रवेश द्वार अर्थात् गेटवे ऑफ इंडिया से नौका द्वारा यहाँ पहुँच सकते हैं। मार्ग में लहरों के संग तैरती, जल से अठखेलियाँ करती समुद्री चिड़ियाओं (Seagulls) के दर्शन का भी आनंद उठायें।
एलिफेंटा द्वीप पर कुल सात प्राचीन गुफाएं हैं जिनके भीतर भगवान शिव की अनेक कथाओं का चित्रण किया गया है। गुफा की शिलाओं को उकेर कर अप्रतिम शिल्पकारी की गयी है जो भारतीय कला की एक उत्तम अभिव्यक्ति है। शैव पंथ से सम्बंधित ये शिल्प अत्यंत मनमोहक हैं।
ब्रह्मपुत्र नदी पर माजुली द्वीप तक नौका भ्रमण
माजुली द्वीप विश्व की किसी भी नदी पर स्थित द्वीपों की तुलना में सर्वाधिक विस्तृत द्वीप है। वर्तमान में यह द्वीप त्वरित गति से सिकुड़ रहा है। इस द्वीप पर शास्त्रों में प्रकांड पांडित्य अर्जित किये वैष्णव भक्तों का निवास है। वे शंकर देव के सिद्धांतों के अनुयायी हैं। इस द्वीप पर अनेक जनजातियों का वास है। यह द्वीप अपनी जैव-विविधता के लिए भी लोकप्रिय है।
मुख्य भूमि से फेरी द्वारा आप एक से डेढ़ घंटों में माजुली द्वीप पहुँच सकते हैं। आप चाहें तो इस द्वीप पर कुछ दिवस व्यतीत करते हुए, इसके आध्यात्मिक परिवेशों के साथ, यहाँ की अप्रतिम जैव-विविधता का आनंद उठा सकते हैं।
नौका द्वारा कन्याकुमारी से विवेकानंद द्वीप की यात्रा
विवेकानंद द्वीप भारतीय महाद्वीप के दक्षिणतम छोर पर स्थित है। यह द्वीप दो सागरों एवं एक महासागर द्वारा घिरा हुआ है। इसके बायीं ओर बंगाल की खाड़ी, दाहिनी ओर अरब सागर तथा समक्ष हिन्द महासागर है। मुख्य भूमि से सुन्दर परिदृश्यों का आनंद उठा ही सकते हैं। किन्तु विवेकानंद द्वीप से चारों ओर के अप्रतिम परिदृश्यों के दर्शन होते हैं, विशेषतः सूर्योदय एवं सूर्यास्त काल में।
लघु दूरी की नौका यात्रा द्वारा आप कन्याकुमारी से विवेकानंद द्वीप पर पहुँच सकते हैं। यूँ तो यह जल यात्रा कुछ मिनटों की ही है, किन्तु वास्तविक समयावधि वायु की दिशा पर निर्भर करती है। कभी कभी समुद्री वातावरण अत्यंत कठोर हो जाता है। विशेषतः वर्षा ऋतु में समुद्री तरंगे अत्यंत चंचल हो जाती हैं तथा वायु की गति भी वेगवान हो जाती है। मुझे स्मरण है, मैं वर्षा ऋतु में इस द्वीप के दर्शन के लिए आयी थी। उस दिन वर्षा अपनी चरम सीमा पर थी। हमें कन्याकुमारी में वर्षा के थमने की लम्बे काल तक प्रतीक्षा करनी पड़ी थी। तब जाकर हमें फेरी की सेवा उपलब्ध हुई थी।
भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान के भीतर नौका सफारी
भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान खारे जल के मगरमच्छों के लिए लोकप्रिय है। यह एक अनोखा राष्ट्रीय उद्यान है। इस उद्यान के भीतर भिन्न भिन्न दिशाओं में अनेक नदियाँ बहती हैं जिन पर नौका भ्रमण आयोजित किये जाते हैं। ये नौका भ्रमण वास्तव में जल सफारी का भाग हैं जिनके माध्यम से आप खारे जल के मगरमच्छों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने का सौभाग्य प्राप्त कर सकते हैं।
ये नौकाएं भिन्न भिन्न जल स्त्रोतों पर तैरती हुई आपको उद्यान के सभी भागों के दर्शन कराती हैं। आपको नदी के जल में तैरते हुए तथा नदी के तटों पर सुस्ताते व धूप सेंकते अनेक मगरमच्छ दिखेंगे।
यह नौका भ्रमण अति विशेष है क्योंकि इसके द्वारा आप अनेक जलीय वन्य प्राणियों को उनके प्राकृतिक परिवेश में देख सकते हैं।
न्यूनतम शुल्क में नौका द्वारा फोर्ट कोच्चि तक की यात्रा
एर्नाकुलम से फोर्ट कोच्चि तक जो नौका यात्रा की सेवायें हैं, वे सर्वाधिक कम शुल्क पर उपलब्ध हैं। सम्पूर्ण जल यात्रा आपको अप्रतिम अप्रवाही जल के सौंदर्य से अवगत करायेगी। साथ ही वेलिंगटन द्वीप के चारों ओर भ्रमण कराते हुए लोकप्रिय यहूदी नगरी मट्टनचेरी के भी समीप ले जायेगी।
यह नौका यात्रा आपको व्यस्त व्यापारिक बंदरगाह के दर्शन करायेगी जहाँ आप जल परिवहन के विविध साधनों को देख सकते हैं। तट पर आपको मछली पकड़ने के अनेक विशाल जाल दिखेंगे जो चीनी पद्धति में निर्मित हैं। उन्हें Chinese Fishing Nets कहते हैं। जल पर होते अनेक व्यापारिक गतिविधियों को देख आप इस स्थान के पुरातनकालीन सक्रिय समुद्री इतिहास की कल्पना कर सकते हैं। प्राचीन काल में इस बंदरगाह ने अनेक नौकाओं, नाविकों एवं व्यापारियों को देखा है जो जल मार्ग द्वारा यात्राएं कर इस बंदरगाह पर उतरे थे।
मुंबई से अलीबाग के मांडवा घाट तक नौका यात्रा
मुंबई से अलीबाग के मांडवा घाट तक नौका सेवा उपलब्ध है जो यह दूरी लगभग एक घंटे में पूर्ण करती है। अन्यथा सड़क मार्ग द्वारा मुंबई से अलीबाग पहुँचने में ३ घंटों से भी अधिक समय लग जाता है। सड़कों पर वाहनों की भीड़ से भी जूझना पड़ता है। मुंबई से अलीबाग तक की नौका यात्रा में आप अपने वाहन, कार, दुपहिया वाहन, पालतू पशु तथा सामान आदि के साथ जा सकते हैं। यह भारत के आधुनिकतम नौका भ्रमणों में से एक है। यह पोत आपको अलीबाग से लगभग २० किलोमीटर दूर स्थित मांडवा घाट तक ले जाता है।
मैंने अब तक इस नौका भ्रमण का आनंद नहीं उठाया है। आशा है वह दिवस भी शीघ्र ही मेरे जीवन में आयेगा।
आप ने भी इन देशी-विदेशी नौका भ्रमणों में से कुछ भ्रमणों का आनंद अवश्य उठाया होगा तथा कुछ अब भी आपकी इच्छा सूची में विराजमान, सजीव होने की प्रतीक्षा कर रहे होंगे। आप चाहें तो अपना अनुभव हमसे साझा कर सकते हैं। यदि आपको इन नौका भ्रमणों के अतिरिक्त कुछ अन्य अप्रतिम जल भ्रमणों के विषय में ज्ञात हो तो हमसे अवश्य साझा करें। हम उन्हें इस संस्करण में सम्मिलित करने का प्रयास करेंगे।
यह संस्करण 12Go नामक ऑनलाइन यात्रा आयोजक की भागीदारी में लिखा गया है।
अनुवाद: मधुमिता ताम्हणे