सातारा के पर्यटन स्थल – धरोहर, झरने, जैवविविधता और सरोवर

0
2347

सातारा शहर के परिदृश्य

सातारा सात पहाड़ियों से घिरा हुआ नगर है। महाराष्ट्र में बसे इस छोटे से नगर की परिधि निर्धारित करने वाले ये सात पहाड़ उसे उसका नाम प्रदान करते हैं – सातारा।

सातारा महाराष्ट्र
सातारा की संध्या

लाक्षणिक रूप से यह नगर लंबे समय तक मराठों की राजधानी रहा है, जो महाराष्ट्र के अन्य प्रसिद्ध नगरों के बीच उसे और भी महत्वपूर्ण बनाता है। सातारा महाराष्ट्र के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों में से एक है।

सज्जनगढ़ दुर्ग

सज्जनगढ़ – यहाँ की सात पहाड़ियों में से एक है, जो पर्यटकों में बहुत लोकप्रिय है। जब हम इस पहाड़ी की ओर बढ़ रहे थे तो हमारे गाड़ी चालक हमे बार-बार बताए जा रहे थे कि इस पहाड़ी के ऊपर तक पहुँचने के लिए 200-300 सीढ़ियों की चढ़ाई करनी पड़ती है। जबकि मुझे तो वहाँ पर एक घुमावदार सड़क नज़र आ रही थी जो पहाड़ी के ऊपर तक जा रही थी।

सज्जनगढ़ दुर्ग
सज्जनगढ़ दुर्ग

जब हम वहाँ पहुंचे तो मुझे एहसास हुआ कि हम दोनों ही अपने-अपने स्थान पर सही थे। जो घुमावदार सड़क मैंने दूर से देखी थी वह दरअसल एक चौड़ा सा सीढ़ीमार्ग था जिसकी चढ़ाई करके आप ऊपर तक पहुँच सकते हैं। ये सीढ़ियाँ चढ़ते हुए पास में आपको गणेश जी की अनेक मूर्तियाँ मिलेंगी जो आस-पास के अनेक गांवों से लाकर यहाँ पर स्थापित की गयी हैं। शायद ये मूर्तियाँ चढ़ाई करनेवाले यात्रियों के लिए प्रेरणा शक्ति का स्वरूप हो सकती हैं। इन सीढ़ियों को चढ़ते हुए आप आस-पास का सुंदर नज़ारा देख सकते हैं। चारों ओर स्थित पहाड़ियों के मिलन से उपजी घाटियों का वह दृश्य सच में बहुत ही खूबसूरत है।

हम इस पहाड़ी के ऊपर तक नहीं गए, जहाँ पर स्वामी रामदास की समाधि है। माना जाता है कि वे शिवाजी महाराज के निवेदन पर यहाँ आए थे।

प्रतीत होता है कि सज्जनगढ़ नाम इसे मुगल काल से प्राप्त हुआ होगा। इस जगह का मूल नाम आश्वल्य था जो पुरातन काल के साधू ऋषि आश्वलायन के नाम से व्युत्पन्न किया गया था, जो मान्यताओं के अनुसार यहाँ पर तप किया करते थे।

पवन चक्कियाँ

पवन चक्कियां
पवन चक्कियां

सातारा की पहाड़ियों पर यहाँ-वहाँ पवन चक्कियाँ देखी जा सकती हैं। अपने आप चल रहे ये बड़े-बड़े पंखे हमारे लिए बिजली उत्पन्न करते हैं। यहाँ के टूर गाइड्स आपको एक ऐसे स्थान पर ले जाते हैं जहाँ पर आप अपने आप को इन पवन चक्कियों के बीचोबीच खड़े पाते हैं और उन्हें नजदीक से देख भी सकते हैं।

सरोवर

यहाँ की अनेक छोटी-छोटी पहाड़ियों पर छितरे हुए जल स्रोत सातारा शहर के अनोखे परिदृश्य का विशिष्ट भाग है। कुछ जगहों पर आप इन पहाड़ियों से बह रहे छोटे-छोटे झरनों को स्पष्ट रूप से देख सकते हैं, जिन्हें देखने के लिए ठहरे हुए यात्री उनकी प्रशंसा में संलगन दिखाई देते हैं। तो कुछ जगहों पर ये झरने पहाड़ियों के साथ लुका-छिपी खेलते हुए नज़र आते हैं और आपकी नज़र उनका पीछा करती हुई यहाँ-वहाँ दौड़ती रहती है।

सातारा के सरोवर
सातारा के सरोवर

संध्या के समय जब पूरे शहर की बत्तियाँ जल उठती हैं, तो पहाड़ी के ऊपर से नीचे बसे शहर का पूरा स्वरूप ही जैसे चांदनी में डूबा हुआ प्रतीत होता है। नीचे फैले हुए निवासित क्षेत्र, अंधेरे से घिरी हुई इन पहाड़ियों के बीच ऐसे चमक उठते हैं जैसे कोई चमकीला कटोरा जगमगा रहा हो। समय के विविध पड़ावों के अनुसार बदलते इन परिदृश्यों को देखना किसी मनोरम चलचित्र को देखने से कम नहीं है।

सातारा की हरियाली

सातारा की हरियाली
सातारा की हरियाली

जब हम पवन चक्कियाँ, ठोसेघर झरना, कास पठार और सज्जनगड की तरफ जानेवाली सड़कों से गुजर रहे थे, तो आस-पास की विविध घाटियों पर फैली हरियाली को हम चाह कर भी अनदेखा नहीं कर सकते थे। उनमें से कुछ घाटियों पर चरते हुए पशु नज़र आ रहे तो अन्य घाटियों पर दूर तक फैली फुलवारियाँ दिखाई दे रही थीं।

सातारा की घाटियाँ
सातारा की घाटियाँ

अगर आप कभी सातारा जाए तो इन सभी जगहों की सैर जरूर कीजिये।

महाराष्ट्र के इस छोटे से मनमोहक शहर का सबसे शोभायमन भाग है कास पठार। मुंबई और पुणे से कुछ ही घंटों की दूरी पर बसा हुआ सातारा शहर मनोरंजक यात्राओं के लिए सबसे उत्तम जगह है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here