कुल्लू एवं किन्नौरी टोपी - हिमाचली स्मारिकाएं

शिमला, मनाली से क्या लायें? सर्वोत्तम हिमाचली स्मारिकाएं

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हिमाचल का नाम सुनते ही हमारे समक्ष मनमोहक प्राकृतिक परिदृश्य, बर्फ से आच्छादित पर्वत श्रंखलायें, लाल चटक सेब, लकड़ी एवं शिलाओं से निर्मित भवन उभर कर आ जाते हैं। अनेक पर्यटक स्वच्छ वायु, शीत...
चौमुखा जैन मंदिर - रणकपुर

रणकपुर का जैन मंदिर उदयपुर से एक-दिवसीय यात्रा

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राजस्थान की सरोवर नगरी उदयपुर से लगभग ९० किमी दूर स्थित रणकपुर एक मंदिर नगरी है। यह राजस्थान के पाली जिले में सदरी नगरी के निकट स्थित है। आप कुम्भलगढ़ एवं रणकपुर दोनों का...
शिकंजी या नींबू पानी

सर्वोत्तम भारतीय शीतल पेय – ग्रीष्मकाल के लिए

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जब मैं बंगलुरु से गुरुग्राम स्थलांतरित हो रही थी तब मुझे भय मिश्रित उल्हास का अनुभव हो रहा था। भय इसलिए कि ग्रीष्म ऋतु में गुरुग्राम का वातावरण कष्टदायक हो जाता है। उल्हास इसलिए...

कला भूमि – भुवनेश्वर ओडिशा का शिल्प संग्रहालय

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कला भूमि - ओडिशा शिल्प संग्रहालय आधुनिक काल के सर्वोत्कृष्ट संग्रहालयों में से एक है जहां ओडिशा की उत्कृष्ट विरासत को कला एवं शिल्प के रूप में सर्वोत्तम रूप से प्रदर्शित किया गया है।...
पटियाला का महिंद्रा महाविद्यालय

पटियाला पंजाब के दर्शनीय पर्यटक स्थल

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पंजाब का एक राजशाही नगर है, पटियाला। यहाँ की महिलायें अत्यंत संभ्रांत मानी जाती हैं। पटियाला का बाजार भी महिलाओं में अत्यंत लोकप्रिय है जो इन संभ्रांत महिलाओं की साज-सज्जा की वस्तुओं के लिए...
महाबलेश्वर महाराष्ट्र के पर्यटक स्थल

महाबलेश्वर – महाराष्ट्र का एक रमणीय पर्यटन स्थल

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महाबलेश्वर! यह नाम सुनते ही हमारा मस्तिष्क एक दिव्य एवं धार्मिक स्थल की कल्पना करते लगता है। मंदिरों से परिपूर्ण महाबलेश्वर को वास्तव में हिन्दुओं का एक तीर्थ स्थल कहा जा सकता है। साथ...
काशी नवरात्रि नवदुर्गा यात्रा

काशी की नवरात्रि नवदुर्गा यात्रा

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नवदुर्गा यात्रा! स्कन्द पुराण के काशी खंड में लिखा है कि हमें नवरात्रि में नवदुर्गा यात्रा करनी चाहिए, विशेषतः शरद नवरात्रि में जो आश्विन मास में आती है। अतः, इस समय जब मैं काशी...
संसद भवन नई दिल्ली

भारतीय संसद भवन नई दिल्ली में अभ्यागमन के अनुभव

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जब भी भारतीय संसद में संसदीय सत्र चल रहा हो अथवा प्रश्नोत्तर काल हो या बजट सत्र चल रहा हो तो हम में से अधिकाँश देशवासियों की दृष्टि, संसद भवन की कार्यवाही देखने के...
साँची स्तूप में बुद्ध

बौद्ध कलाशैली में कथाकथन के रूप – शिलालेखों में बौद्ध कथाएं

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भारत में शैल प्रतिमाओं एवं शैल कलाकृतियों का आरम्भ लगभग २२०० वर्षों पूर्व, बौद्ध कला कथाकथन से हुआ था। इन कथाओं को हम जातक कथाओं के नाम से जानते हैं। इससे पूर्व भी यह...
देवबलोदा शिव मंदिर की मनोहर कलाकृतियाँ

देवबलोदा का रहस्यमयी शिव मंदिर – रायपुर छत्तीसगढ़

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भगवान शिव का यह प्राचीन मंदिर छत्तीसगढ़ राज्य के देवबलोदा नामक गाँव की गोद में बसा हुआ है जो राजधानी रायपुर से लगभग २२ किमी दूर स्थित है। रायपुर-दुर्ग महामार्ग पर, भिलाई-३ चरोदा की...

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