आमेर दुर्ग विश्व की तीसरी विशालतम प्राचीर – एक विश्व धरोहर
आमेर दुर्ग, जयपुर नगर की बाह्य सीमा पर स्थित एक विशिष्ठ दुर्ग है। प्राचीनकाल में यह मात्र एक दुर्ग ना होते हुए, एक प्रमुख संरक्षित नगरी थी। कालान्तर में जयपुर के महाराजा सवाई जयसिंह...
खाटू श्याम पराजितों के आश्रयदाता देव
खाटू श्याम - यह मेरी इस जयपुर यात्रा की सबसे महत्वपूर्ण एवं रोचक खोज थी। खाटू श्याम मंदिर, यह नाम मैंने सुना अवश्य था पर इस पर कभी अधिक ध्यान नहीं दिया। अधिकतर लोगों...
चाँद बावड़ी – आभानेरी की मनमोहक कहानी
जयपुर, राजस्थान के समीप आभानेरी गाँव में स्थित चाँद बावड़ी भारत की सबसे सुन्दर बावड़ी है। मैं तो इसे सर्वाधिक चित्रीकरण योग्य बावड़ी भी मानती हूँ।
यह १३ तल गहरी बावड़ी है। बावड़ी के भीतर,...
भानगढ़ दुर्ग – भारत का सर्वाधिक भुतहा एवं डरावना स्थल
भानगढ़ दुर्ग – जब भी भारत के सबसे भुतहा स्थलों के सम्बन्ध में कहीं चर्चा हो तो इस दुर्ग का नाम अवश्य लिया जाता है। सूर्यास्त के उपरांत इस दुर्ग में प्रवेश करने वालों...
करणी माता मंदिर — बीकानेर, राजस्थान में मूषकों का अनोखा साम्राज्य
शीर्षक पढ़ कर ही आपकी भौंहें सिकुड़ गयी होंगी और सारे शरीर में सिहरन दौड़ गयी होगी। जी हाँ मूषक, जिनका उल्लेख करते ही हम चौंक जाते हैं और उन्हें भगाने में जुट जाते...
बीकानेर का जूनागढ़ किला भारत का सर्वोत्तम रखरखाव-युक्त किला
बीकानेर के जूनागढ़ किले का दर्शन मेरे लिए किसी रहस्य से परदा उठने से कम नहीं था। मैं यहाँ यह स्वीकार करना चाहूंगी कि मैं इस किले की खूबियों से पूर्णतः अनभिज्ञ थी। बीकानेर...
बीकानेरी हवेलियाँ – राजस्थान के समृद्ध इतिहास की झलक
बीकानेर - यह नाम मेरे मानसपटल में केवल बीकानेरी भुजिया से जुड़ा हुआ था। बीकानेर, जिसे मैंने अन्य राजस्थानी शहरों की तरह, एक रेगिस्तानी शहर से ज्यादा कुछ नहीं समझा था - वही विरासती...
चित्तौड़गढ़ किला – साहस, भक्ति और त्याग की कथाएँ
इतिहास की पुस्तकों में से भारत का अगर कोई एक किला मुझे आज भी याद है, तो वह है मेवाड़ का चित्तौड़गढ़ किला। भारतीय इतिहास के कई महान और महत्वपूर्ण व्यक्ति यहां रह चुके...