बंगलुरु से मैसूर तक – कर्नाटक का रेशम पथ
बंगलुरु के रेशम पथ अथवा सिल्क रूट का आरम्भ बंगलुरु के प्रसिद्ध सिल्क बोर्ड जंक्शन से होता है। जी हाँ, यह वही सिल्क बोर्ड जंक्शन है जिसे पार करने के लिए पथिकों को घंटों...
५०० वर्ष पुराना गियु ममी के रहस्य की खोज यात्रा
गियु ममी अर्थात् गियु का परिरक्षित शव! इसके विषय में मैंने सर्वप्रथम तब पढ़ा था जब मैं अपनी हिमाचल भ्रमण की विस्तृत यात्रा सूची पढ़ रही थी। मुझमें जिज्ञासा अवश्य उत्पन्न हुई थी किन्तु...
काशी विश्वनाथ मंदिर काशी यात्रा का केंद्र बिंदु
काशी विश्वनाथ मंदिर अनेक तीर्थ यात्राओं का केंद्र बिंदु है। हृदय है। भारत में स्थित भगवान शिव के १२ ज्योतिर्लिंगों में से एक, काशी विश्वनाथ मंदिर को सर्वाधिक महत्वपूर्ण ज्योतिर्लिंग माना जाता है। वाराणसी...
गोवा के सुप्रसिद्ध म्हापसा बाज़ार की सैर
म्हापसा गोवा की चार प्रमुख नगरियों में से एक है। प्राचीन युग से यह उत्तर गोवा का व्यापार केंद्र रहा है। गोवा के निवासी अब भी म्हापसा बाज़ार पर अत्यंत मोहित रहते हैं। यहाँ...
भारत के राष्ट्रीय चिन्ह – भारत के खोज की यात्रा
१५ अगस्त, १९४७ को भारत स्वतन्त्र हुआ तथा २६ जनवरी, १९५० को वह एक गणतंत्र राष्ट्र घोषित हुआ। इस काल में भारत को एक नवीन परिचय प्राप्त हुआ। इस नवीन परिचय को एक नवीन...
भुवनेश्वर का आदिवासी संग्रहालय – एक परिचय
हम जब भी पर्यटन के लिए किसी गंतव्य में जाते हैं, हमारी पर्यटन क्रियाकलापों की सूची में स्थानीय विशेषताओं एवं आकर्षणों के अंतर्गत वहां स्थित संग्रहालयों का समावेश अवश्य होता है। हमारी भुवनेश्वर यात्रा...
हल्दी घाटी- महाराणा प्रताप के गौरवशाली इतिहास की गाथा
हल्दी घाटी! मेरे सम्पूर्ण शालेय जीवन में इतिहास की पुस्तकों के माध्यम से हल्दी घाटी मेरे मानस पटल पर छाई हुई है। महाराणा प्रताप एवं उनकी वीरता की गाथाओं पर हमने अनेक पुस्तकें पढ़ी...
११ विशेष मंदिर प्रसाद जो खाए बिना आप नहीं रह सकते
सम्पूर्ण भारत के सभी मंदिरों में मिलने वाला प्रसाद एक दिव्य खाद्य है। सर्वप्रथम हम उस खाद्य पदार्थ को भगवान को अर्पित करते हैं। भगवान उस खाने को आशीष देते हैं, अभिमंत्रित करते हैं।...
सातारा के पर्यटन स्थल – धरोहर, झरने, जैवविविधता और सरोवर
सातारा शहर के परिदृश्य
सातारा सात पहाड़ियों से घिरा हुआ नगर है। महाराष्ट्र में बसे इस छोटे से नगर की परिधि निर्धारित करने वाले ये सात पहाड़ उसे उसका नाम प्रदान करते हैं – सातारा।
लाक्षणिक...
संखेड़ा के रंगीन गृह सज्जा सामग्री बनाने वाला कला ग्राम
संखेड़ा, वडोदरा से दक्षिण-पूर्वीय दिशा में लगभग 45 कि.मी. की दूरी पर बसा हुआ एक छोटा सा गाँव है। यह भारत का एक सामान्य सा गुजराती गाँव है, जहाँ पर रहनेवाले अधिकतर परिवार लकड़ी...